हमारी देश की महिला भी उतनी ही बहादुर है, जितना इस देश के जवान सैनिक है, जिन्हें खुद नहीं पता होता है कि उनके साथ अगले पल क्या होगा. जब भी कोई जवान शहीद होता है तो उनकी फॅमिली पर क्या गुजरती होगी, ये सोच पाना किसी आम इंसान के लिए असंभव है. लेकिन कुछ महिलाएं ऐसी है, जिन्होंने बहादुरी का परिचय बहुत ही अलग तरीके से दिया है और दिखाया है.
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तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के ऑफिसर्स ट्रनिंग अकादमी से आज ज्योति नैनवाल पास आउट हुई है और सेना में अफसर बनी. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ये वहीं ज्योति नैनवाल है, जिनके पति दीपक नैनवाल 2018 के अप्रैल माह में एक आतंकी हमले में अपनी जान देकर शहीद हो गए थे. पति दीपक नैनवाल के जाने के बाद ज्योति नैनवाल ने अपना हमसफ़र तो खो दिया लेकिन इस बहादुर महिला ने कभी भी ज़िंदगी जीना नहीं छोड़ा. ज्योति ने कड़ी मेहनत की और अपने पति दीपक नैनवाल के साथ- साथ अपने देश भारत का भी नाम रौशन किया.
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वहां उनके साथ उनके दोनों बच्चे भी आए हुए थे और दोनों बच्चे भी आर्मी के ड्रेस में ही थे. आपको बता दें कि दीपक नैनवाल को 10 अप्रैल 2018 को जम्मू कश्मीर के कुलगाम में हो रहे आतंकी मुठभेड़ में 3 गोलियां लगी थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया गया. उसके लगभग 40 दिन बाद दीपक ज़िंदगी की जंग हार गए और 20 मई 2018 को वो शहीद हो गए.
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