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देश के मिसाइलमैन, मार्गदर्शक, महान वैज्ञानिक, सच्चे देशभक्त ना जाने कितनी उपाधियों से पुकारा जाता था. भारत रत्न डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम को सही मायने में भारत रत्न थे. इन सबसे बढ़कर भी बढ़कर डॅा. अब्दुल कलाम एक अच्छे इंसान थे जिन्होंने जमीन से जुड़े रहकर जनता के राष्ट्रपति के रुप में लोगों के दिलों में अपनी खास जगह बनायी था. यही नहीं डॅा एपीजे अब्दुल कलाम को लोग अपनी प्रेरणा और आर्दश मानते है. लेकिन आज दिल्ली-एनसीआर के प्रमुख शहर गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर के पुजारी ने पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के धर्म के कारण उन पर निशाना साधा है. वही मंदिर के पुजारी ने मंगलवार को पूर्व राष्ट्रपति डॅा. अब्दुल कलाम पर निशाना साधते हुए उन्हें जिहादी करार दिया.
मुस्लिम भारत समर्थक नहीं हो सकता
बता दें कि डासना देवी मंदिर परिसर में ही कथित तौर पर पानी पीने के कारण एक मुस्लिम लड़के को पीटा गया था. मंदिर के मंहत यति नकसिंहानंद सरस्वती ने बातचीत के दौरान कहा कि देश में शीर्ष पद पर काबिज कोई भी मुस्लिम भारत देश का समर्थक नहीं हो सकता है. भारत के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वो एक जिहादी थे. नरसिंहानंद सरस्वती ने बिना सबूत के दिवंगत डॉ. अब्दुल कलाम पर डीआरडीओ प्रमुख के तौर पर पाकिस्तान को परमाणु बम का फार्मूला बताने का आरोप लगाया. इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि एपीजे अब्दुल कलाम ने राष्ट्रपति भवन में एक प्रकोष्ठ बना रखा था जहां कोई भी मुस्लिम व्यक्ति शिकायत कर सकता था. इसके बाद अब मंदिर के महंत का बयान सामने आया है. अब इसे लेकर चर्चाओं का दौर है. बता दें कि भारत को परमाणु देश बनाने का श्रेय एपीजे अब्दुल कलाम को दिया जाता है. राष्ट्रपति के रूप में उनके कार्यकाल को एक सफल कार्यकाल के रूप में भी जाना जाता है.
मुस्लिम लड़के को पीटा
इसी डासना देवी मंदिर में कथित तौर पर पानी पीने के विवाद में मुस्लिम लड़के को पीटे जाने को लेकर श्रृंगी नंद यादव को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. वही वायरल हुए एक वीडियो में दिख रहा है कि नंद यादव लड़के से उसका नाम पूछता है और लड़का अपना नाम आसिफ़ बताता है जिसके बाद नंद यादव उसकी बेरहमी से पिटाई करता दिख रहा है.
राष्ट्रपति अब्दुल कलाम हमेशा जीते थे सादी जिंदगी
पूर्व राष्ट्रपति और मिसाइल मैन डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम अब हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनके शब्द हमेशा हमारा मार्गदर्शन करते हैं. देश के 11 वें राष्ट्रपति अब्दुल कलाम का 27 जुलाई 2015 को शिलॉन्ग में व्याख्यान देने के दौरान दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. कलाम भले ही देश की सर्वोच्च संवैधानिक कुर्सी पर हमेशा विराजमान रहे लेकिन उन्होंने अपना पूरा जीवन सादगी से जीया उनकी यही सबसे बड़ी विशेषता थी. दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम हमेशा अपनी सादगी और उच्च विचारों के लिए जाने जाते रहे हैं। पूर्व राष्ट्रपति का हर वर्ग में समान रूप से सम्मान किया जाता है.देश के मिसाइल मैन, राष्ट्र मार्गदर्शक, महान वैज्ञानिक, सच्चे देशभक्त ना जाने कितनी उपाधियों से पुकारा जाता था. भारत रत्न डॅा.एपीजे अब्दुल कलाम को सही मायने में भारत रत्न थे. इन सबसे बढ़कर भी बढ़कर डॉ.अब्दुल कलाम एक अच्छे इंसान थे जिन्होंने जमीन से जुड़े रहकर जनता के राष्ट्रपति के रुप में लोगों के दिलों में अपनी खास जगह बनायी थी. यही नहीं डॉ एपीजे अब्दुल कलाम को लोग अपनी प्रेरणा और आर्दश मानते है.
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