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दिल्ली में प्रदूषण कम होते ही सीएक्यूएम ने ग्रैप-4 की सख्त पाबंदियों को हटा लिया है. इससे आम लोगों को बड़ी राहत मिल सकती हैं. दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति को बेहद खराब होने के कारण 3 नवंबर को ग्रैप-4 के तहत सख्त पाबंदियों को लागू किया गया था. CAQM (कमिशन फॉर एयर क्वॉलिटी मैनेजमेंट) ने अपने आदेश में कहा है कि ग्रैप-4 की पाबंदियां काफी सख्त हैं. इनका असर बड़ी संख्या में उद्योगों और आम लोगों पर पड़ता है. इससे अधिक पाबंदियां ग्रैप के तहत है नहीं, इसलिए इन्हें लंबे समय तक नहीं लगाया जा सकता. प्रदूषण अब काफी कम है. हालांकि ग्रैप-4 को भले हटा लिया गया है, लेकिन ग्रैप-1 से ग्रैप-3 तक के कदम अभी जारी रहेंगी. पूर्वानुमान के अनुसार जरूरत पड़ने पर ग्रैप-4 को लागू किया जाता है.
हटाई गईं ये पाबंदियां
- दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति में सुधार को देखते हुए राजधानी में ट्रकों की एंट्री अब पहले की तरह हो सकेगी.
- राजधानी में चलने वाले मध्य व बड़ी माल वाहक गाड़ियों को पर लगाई गई पाबंदी हटा ली गई है.
- जो कारखाने स्वच्छ ईंधन पर नहीं चल रही हैं, उन पर भी लगाई गई पाबंदी वापस ले ली गई है.
- बीएस-6 के अलावा दिल्ली और एनसीआर में डीजल गाड़ियों पर लगी रोक वापस ली गई.
- वर्क फ्रॉम होम और स्कूल बंद करने संबंधी फैसले यदि राज्य सरकारों ने लिए हैं, तो उन्हें सरकारे वापस ले सकती हैं.
- निर्माणाधीन पब्लिक प्रोजेक्ट जैसे सड़क, हाईवे, फ्लाईओवर, ओवरब्रिज, पावर ट्रांसमिशन, पाइपलाइंस डालने आदि का निर्माण काम शुरु हो सकेगा.
दिल्ली में अभी भी लागू रहेंगी ये पाबंदियां
- दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति फिर से न खराब हो जाए हो जाए इसलिए सरकारी, पब्लिक प्रोजेक्ट और जरूरी सुविधाओं पर से जुड़े निर्माण कार्य के अलावा सब निर्माण कार्य पर रोक जारी रहेगी.
- जिन इंडस्ट्रियल एरिया में पीएनजी सप्लाई नहीं हैं, वहां हफ्ते में 5 दिन उद्योग चल सकेंगे
- जिन इंडस्ट्रियल एरिया में पीएनजी की सप्लाई है, वहां स्वच्छ ईंधन के अलावा दूसरी इंडस्ट्री नहीं चल सकेंगी.
- प्रदुषण को ध्यान में रखते हुए ईंट भट्ठे, हॉट मिक्स प्लांट जो अप्रूव्ड फ्यूल पर नहीं चल रहे हैं बंद रहेंगे.
- माइनिंग से जुड़ी गतिविधियां बंद रहेंगी.
- स्टोन क्रशर जोन पूरी तरह बंद रहेंगे.
- राज्य सरकारें यदि चाहे तो दिल्ली एनसीआर में बीएस-3 और बीएस-4 की डीजल गाड़ियों को बंद कर सकती हैं.
स्कूल खोलने पर फैसला आज
राजधानी में प्रदुषण की स्थिति बेहद गंभीर होने के कारण स्कूल बंद दिए गए थे. पर्यावरण मंत्री गोपाल राय आज एक उच्च स्तरीय बैठक करने वाले हैं. इस दौर प्राथमिक विद्यालयों को फिर से काम करने के फैसले की समीक्षा की जाएगी. प्रदूषण घटने के कारण स्कूल फिर से खोले जाने की संभावना जताई जा रही है
फैसले की ये है मूल वजह
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के एक आदेश में कहा गया है, ‘चूंकि दिल्ली का एक्यूआई स्तर 339 के आसपास है, जो GRAP स्टेज-4 उपाय लागू करने के लिए अधिकतम सीमा से 111 AQI से नीचे है और सभी उपाय अपनाये जा रहे हैं, इसलिए एक्यूआई में सुधार बने रहने की उम्मीद है.’
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