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बंगाल की खाड़ी पर बने चक्रवाती तूफान के ओडिशा के दक्षिणी हिस्सों और पड़ोसी आंध्र प्रदेश की ओर बढ़ने की चेतावनी के बीच ओडिशा सरकार ने शनिवार को सात जिलों को हाई अलर्ट पर रहने को कहा है. बंगाल की खाड़ी पर बने चक्रवाती तूफान के ओडिशा के दक्षिणी हिस्सों और पड़ोसी आंध्र प्रदेश की ओर बढ़ने की चेतावनी के बीच ओडिशा सरकार ने शनिवार को सात जिलों को हाई अलर्ट पर रहने को कहा है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने यह चेतावनी जारी की है.
विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) पी के जेना ने कहा कि सरकार ने बचाव दलों को संवेदनशील इलाकों में भेजा और अधिकारियों से निचले इलाकों से लोगों को बाहर निकालने को कहा है. ओडिशा आपदा त्वरित कार्य बल (ओडीआरएएफ) के 42 दलों और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के 24 दलों के साथ दमकल कर्मियों को सात जिलों गजपति, गंजम, रायगढ़, कोरापुट, मल्कानगिरी, नबरंगपुर, कंधमाल भेजा.
पी के जेना ने बताया कि गंजम के चक्रवाती तूफान से गंभीर रूप से प्रभावित होने की उम्मीद है और इलाके में 15 बचाव दलों को तैनात किया गया है. इसके अलावा दमकल के 11 दलों के अलावा ओडीआरएएफ के छह दलों और एनडीआरएफ के 8 दलों को आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है. जिलाधीशों ने सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अपने-अपने मुख्यालय में रहने का निर्देश दिया है.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के उत्तर और मध्य हिस्से पर बना गहरे दबाव का क्षेत्र 14 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिम की ओर बढ़ा है. शनिवार को सुबह साढ़े आठ बजे गहरे दबाव का क्षेत्र गोपालपुर से 510 किलोमीटर पूर्व-दक्षिणपूर्व और आंध्र प्रदेश में कलिंगपत्तनम से 590 किलोमीटर पूर्व में स्थित था. जेना ने बताया कि ओडिशा और आंध्र प्रदेश की ओर बढ़ रहे चक्रवात की तीव्रता 'तितली' के समान होगी. 'तितली' तूफान ने 2018 में राज्य में तबाही मचायी थी.
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