Story Content
बिहार के छपरा में जहरीली शराब पीकर मरने वालों की संख्या लगातार बड़ती जा रही है. अब तक शराब पीकर 31 लोगों की मौत हो चुकी है. छपारा के सदर अस्पताल में इलाज के दौरान गुरुवार की सुबह एक और आदमी की मौत हो गई है. जबकि कई लोगों की आंख की रोशनी चली जाने की खबर सामने आ रही है. इस बीच आरजेडी के मंत्री ने एक बेतुका बयान दे दिया है. आरजेडी के मंत्री महासेठ महाजन ने शराब पीनों वालों को शरीर में स्ट्रेंथ बढ़ाने की बात कह दी.
दरअसल , एक कार्यक्रम में महा गठबंधन सरकार में RJD के उद्योग मंत्री समीर महासेठ से जहरीली शराब से हुई मौतों पर पत्रकारों ने सवाल पूछा तो मंत्री ने इसके जवाब में बेतुका बयान दे दिया. मंत्री ने अपने बयान में कहा कि 'बिहार में शराबबंदी है, जो भी अवैध शराब बिक रही है वो जहर ही है. इस जहरीली शराब को पीने और मरने से बचने के लिए शरीर में पावर (स्ट्रेंथ) को बढ़ाना होगा. इसके लिए दौड़ना, स्पोर्ट्स एक्टिविटी में ज्यादा हिस्सा लेना होगा.
बीजेपी विधायकों का प्रदर्शन
सारण जहरीली शराब कांड को लेकर बीजेपी विधायकों ने विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया और मौतों के लिए पुलिस, नीतीश सरकार और शराब व्यापारियों के बीच सांठगांठ को जिम्मेदार ठहराया है.
पहले भी हो चुकी है शराब पीने से मौत
बता दें कि बिहार में जहरीली शराब से होने वाली मौत का मामला कोई पहली बार सामने नहीं आया है, बल्कि इससे पहले भी इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं. बिहार में 2021 में जहरीली शराब करीब 90 लोगों की जान गई थी. हालांकि, विभागीय मंत्री सुनील कुमार ने मुताबिक सरकारी आंकड़े में साल 2021 में शराब पीने से हुई मौतों का आंकड़ा 40 बताया था.
बिहार में 2016 से शराब बैन
बिहार सरकार ने साल 2016 में शराबबंदी लागू की थी. राज्य की नीतीश सरकार ने शराब की बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक बिहार में जहरीली शराब से जनवरी से लेकर नवंबर तक के बीच में करीब 170 लोग जवान गंवा चुके हैं.
Comments
Add a Comment:
No comments available.