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Moosewala murder case: सिद्धू मूसेवाला की सिक्योरिटी वापस लेते ही एक्टिव हो गए थे शूटर्स,अगले दिन ही किया मर्डर

चार्जशीट में उन सभी बातों का जिक्र है जिस तरीके से आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया था.

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By FARHEEN NAAZ | खबरें - 31 August 2022

पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की सिक्योरिटी को पंजाब सरकार के वापस लेने के अगले ही दिन सिद्धू मूसेवाला की हत्या कर दी गई थी. मूसेवाला मर्डर केस में मानसा पुलिस ने अदालत में चार्जशीट फाईल कर दी  है. चार्जशीट फाईल के मुताबिक , गैंगेस्टर गोल्डी बराड़ ने 28 मई को ही सूटर को जानकारी दे दी थी कि मूसेवाला की सुरक्षा वापस ले ली गई है. इसके बाद शूटर प्रियव्रत फौजी, केशव कुमार, अंकित सिरसा, दीपक मुंडी और कशिश उर्फ कुलदीप फतेहाबाद साइड से बुलरो और अल्टो गाड़ी और मनप्रीत सिर्फ उर्फ मनी और जगरूप सिंह उर्फ रूपा करोला गाड़ी में हथियारों समेत मानसा आए थे.  

पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के केस में मानसा की पुलिस ने अदालत में चार्जशीट फाईल कर दी है. चार्जशीट में उन सभी बातों का जिक्र  है जिस तरीके से आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया था. चार्जशीट में लिखा गया है कि, आरोपियों ने घटना को अंजाम देने के लिए हथियार मानसा से 1 किलोमीटर के घेरे में छिपाकर रखे हुए थे. चार्जशीट में यह भी बताया गया है कि गिरफ्तार आरोपी गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिस्नोई सिगनल ऐप के जरिए बात किया करते थे.

चार्जशीट के अनुसार, जिस फोन से आरोपी गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई की बात हुई थी उस फोन को भट्ठे में जलाने की बात को आरोपियों ने खुद कबूल किया है. वहीं सिद्धू मूसेवाला के घर के बााहर से रेकी करने वाला आरोपी मनमोहन मानसा ने इन्वेस्टीगेशन में बताया कि उसने मूसेवाला की रेकी भी की थी और शार्प शूटर को ठहरने के लिए पनाह भी दी थी. मनमोहन मानसा ने यह भी बताया कि जेल से उसकी बात  जग्गू भगवानपुरिया और शार्पसूटर लॉरेंस बिश्नोई से होती थी. चार्जशीट में चौंकाने वाली बात यह सामने आ रही है कि दीपक मुंडी के पिता का नाम और पता मालूम नहीं है. यह स्पष्ट रुप से लिखा गया है कि दीपक और उसके पिता और उसका एड्रेस नहीं मालूम है.

29 मई को हुई थी मूसेवाला की हत्या 

29 मई, 2022 को पंजाबी गानों के मशहूर सिंगर 28 वर्षीय सिद्धू मूसेवाला की हत्या कर दी गई थी . सिंगर की हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोईऔर गोल्डी बराड़ ने ली. मूसेवाला की हत्या की तैयारी  काफी समय पहले कर ली गई थी. जिसे 29 मई की शाम को अंजाम दिया गया.  मूसेवाला की हत्या ने सबको झकझोर कर रख दिया. अस्पताल पहुंचने से पहले ही मूसेवाला की सांसे थम गई थी.


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