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लोकसभा में एम आरिफ के एक प्रश्न के लिखित उत्तर में, केंद्रीय रेल मंत्री ने कहा, भारतीय रेलवे पहले से ही वरिष्ठ नागरिकों सहित यात्रियों के लिए यात्रा की लागत का 50 प्रतिशत से अधिक वहन कर रहा है. इसके अलावा, रेलवे की आय पिछले दो साल COVID-19 के कारण 2019-20 की तुलना में कम थे. इसका रेलवे के वित्तीय स्वास्थ्य पर भी भारी प्रभाव पड़ा.
वरिष्ठ नागरिक यात्रियों की संख्या
आंकड़ों के अनुसार 2019-20, 2020-21 और 2021-22 के दौरान आरक्षित वर्गों में यात्रा करने वाले वरिष्ठ नागरिक यात्रियों की संख्या क्रमश: 6.18 करोड़, 1.90 करोड़ और 5.55 करोड़ थी. पिछले दो वर्षों में वरिष्ठ नागरिक श्रेणी के यात्रियों की संख्या में गिरावट संभवत: कोविड-19 महामारी के कारण हुई है.
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यात्री किराया रियायत योजना
रेल मंत्री ने सदन को यह भी बताया कि 2019-20 के दौरान, लगभग 22.6 लाख वरिष्ठ नागरिक यात्रियों ने रेलवे के सतत विकास के लिए यात्री किराया रियायत योजना को छोड़ने का विकल्प चुना था.
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