Story Content
कोरोना के कहर के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 497 दिन के बाद विदेश यात्रा के लिए जाने वाले हैं। वो 26 और 27 मार्च को बांग्लादेश का दौरा करने वाले हैं। इस दौरे की तीन बड़ी वजह है- पहली बांग्लादेश के स्वतंत्र होने की ये 50वीं वर्षगांठ का समारोह है। इसके अलावा दूसरी- बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान का जन्म शताब्दी वर्ष है। तीसरी वजह ये है कि दोनों देशों के बीच के कूटनीतिक रिश्तों का ये 50वां साल है।
भारत और बांग्लादेश के रिश्ते भारत की नेबरहुड फर्स्ट एक्ट ईस्ट पॉलिसी के चलते मजबूत हुए हैं। इसके अलावा कोरोना के भयानक वक्त में बांग्लादेश को भारत ने अब 90 लाख कोरोना वैक्सीन डोज को मुहैया करवाई है। भारत से किसी दूसरे देश को वैक्सीन की सप्लाई की ये सबसे बड़ी खेप है। इन सबके बीच पीएम मोदी वहां की राजधानी ढाका और पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी के बीच यात्रा ट्रेन सेवा को भी हरी झंड़ी दिखा सकते हैं।
इन सबसे पहले दिसंबर 2020 में पीएम मोदी और बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने पश्चिम बंगाल के हल्दीबाड़ी और बांग्लादेश के चिलाहाटी के बीच 55 साल बाद रेल लिंक को हरी झंड़ी दिखाई थी। इतना ही नहीं बांग्लादेश की पीएम के साथ वर्चुअल समिट में ही पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने बांग्लादेश दौरे की घोषणा कर दी थी। इसी से जुड़ी तैयारियों को देखते हुए जनवरी 2021 में बांग्लादेश के विदेश सचिव मसूद बिन मोमेन भारत आए थे। वही, अब भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर कल एक दिन के बांग्लादेश के दौरे पर रवाना हुए थे।
पीएम नरेंद्र मोदी का ये दौरा इस लिए भी खास माना जा रहा है क्योंकि ये कोरोना काल में पीएम मोदी की पहली विदेश यात्रा है। इससे पहले 2019 में नवबंर के महीने में पीएम ब्राजील के दौरे पर गे थे। वहीं, 2014 से लेकर 2019 के बीच पीएम मोदी ने कुल 1979 दिनों में 96 देशों की यात्रा की है।
Comments
Add a Comment:
No comments available.