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21 नवंबर के दिन पीएम नरेंद्र मोदी गुयाना की संसद के विशेष सत्र को संबोधित करते हुए नजर आएं। इस दौरान उन्होंने गुयाना और भारत की मित्रता बहुत पुरानी है। इस बात को लेकर खुब चर्चा की। अपनी बात रखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि 180 साल पहले भारतियों ने यहां की धरती पर कदम रखा था। आजादी के लिए एक जैसी छटपाहट देखी। गांधी के करीबियों ने आजादी की लड़ाई मिलकर लड़ी और आजादी पाई।
वहीं, इसके अलावा पीएम नरेंद्र मोदी ने विशेष सत्र को संबोधित करते हुए कहा, "भारत और गुयाना का रिश्ता बहुत गहरा है, ये मिट्टी का, पसीने का, परिश्रम का रिश्ता है। करीब 180 साल पहले एक भारतीय गुयाना की धरती पर आया था और उसके बाद से सुख-दुख दोनों ही स्थितियों में भारत और गुयाना का रिश्ता आत्मीयता से भरा रहा है। लोकतंत्र पहले, मानवता पहले की भावना के साथ भारत 'विश्व बंधु' के रूप में अपना कर्तव्य निभा रहा है।"
लोकतंत्र को कर रहे हैं मजबूत
इसके अलावा पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, "दुनिया के लिए यह समय conflict का नहीं है, यह समय conflict पैदा करने वाली कंडिशंस को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेररिज्म, ड्रग्स, साइबर क्राइम ऐसी कितनी भी चुनौतियां हैं जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे।" इसके अलावा पीएम मोदी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि हम हर उतार चढ़ाव में लोकतंत्र को मजबूत कर रहे हैं और लोकतंत्र से बढ़ा कोई माध्यम नहीं है. लोकतंत्र हर नागरिक को उसके अधिकारों की और उसके उज्जवल भविष्य की कामना करता है।
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