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देश की राजधानी और उत्तर भारत के लिए मॉनसून का इंतजार लंबा होता जा रहा है. मौसम विभाग ने अब इन क्षेत्रों में 10 जुलाई तक मानसून के आगमन की भविष्यवाणी की है. इससे पहले, मानसून के 8 जुलाई तक आने की उम्मीद थी. नवीनतम गणितीय मौसम पूर्वानुमान मॉडल के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून के दक्षिण प्रायद्वीप पर सक्रिय होने की संभावना है. जिसमें 8 जुलाई से पश्चिमी तट और उससे सटे पूर्व-मध्य भारत शामिल हैं.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा है कि 11 जुलाई के आसपास पश्चिम-मध्य और उससे सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है. यह क्षेत्र ओडिशा तट और दक्षिण में आंध्र प्रदेश तट से घिरा है. कहा जा रहा है कि 8 जुलाई से पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों में निम्न स्तर पर बंगाल की खाड़ी से नम पूर्वी हवाएं धीरे-धीरे मजबूत होंगी. इसके 10 जुलाई तक पंजाब और उत्तरी हरियाणा सहित उत्तर पश्चिमी भारत में फैलने की संभावना है.
आइएमडी का कहना है कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने और पश्चिम उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के कुछ और हिस्सों और इससे सटे दिल्ली तक पहुंचने की उम्मीद है. इसके चलते 10 जुलाई से उत्तर पश्चिम और मध्य भारत में बारिश की संभावना है.
आपको बता दें कि जून के पहले ढाई सप्ताह में मानसून की अच्छी बारिश हुई थी, लेकिन उसके बाद गर्मी भी पड़ रही है. हालांकि आईएमडी ने जुलाई में इन इलाकों में भारी बारिश की भविष्यवाणी की थी. एक दिन पहले मौसम विभाग ने कहा था कि सात जुलाई तक इन इलाकों में अनुकूल माहौल नहीं बन रहा है.
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