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प्याज निर्यात पर प्रतिबंध के फैसले का विरोध कर रहे महाराष्ट्र के प्याज किसानों ने मुंबई-आगरा राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया है. इन किसानों को एनसीपी प्रमुख शरद पवार का समर्थन मिला है. शरद पवार किसानों के साथ मौके पर हैं. महाराष्ट्र के चांदवाड़ में बड़ी संख्या में प्याज किसान मुंबई-आगरा हाईवे पर बैठे हैं. उन्होंने पूरे हाईवे को जाम कर दिया है. ये किसान प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के केंद्र सरकार के फैसले का विरोध कर रहे हैं.
निर्यात पर पूरी तरह से प्रतिबंध
घरेलू बाजार में प्याज की उपलब्धता बढ़ाने और कीमतों पर काबू पाने के लिए सरकार ने तत्काल प्रभाव से बड़ा फैसला लिया था. सरकार ने कहा है कि मार्च 2024 तक प्याज के निर्यात पर पूरी तरह से प्रतिबंध है. इस दौरान एक भी प्याज देश से बाहर नहीं जाना चाहिए, ताकि घरेलू बाजार में इसकी आपूर्ति बनी रहे और कीमतें न बढ़ें. विदेश व्यापार महानिदेशालय ने गुरुवार को एक अधिसूचना जारी कर कहा कि प्याज की निर्यात नीति में थोड़ा बदलाव किया जा रहा है. इसके तहत 31 मार्च 2024 तक देश के बाहर प्याज के निर्यात पर पूरी तरह से प्रतिबंध है.
खुदरा मूल्य पर नजर
प्याज निर्यात नीति में इस बदलाव से पहले सरकार ने इसकी न्यूनतम कीमत तय कर दी थी. इसके तहत 29 अक्टूबर से 31 दिसंबर तक प्याज का न्यूनतम निर्यात मूल्य 800 डॉलर प्रति टन रखा गया. इसके खुदरा मूल्य पर नजर डालें तो प्याज का निर्यात मूल्य 67 रुपये प्रति किलोग्राम रखा गया. पिछले एक महीने में प्याज की कीमत में 58 फीसदी का इजाफा हुआ है.
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