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सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने एकबार फिर पाकिस्तानी आकाओं की साजिश को नाकाम कर दिया है. रविवार रात को पाकिस्तान से आए एक ‘क्वाड-कॉप्टर’ ड्रोन को बीएसएफ के जवानों ने फायरिंग में मार गिराया. अधिकारियों ने बताया कि ये ड्रोन भारत-पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास अमृतसर क्षेत्र में उड़ता हुआ दिखाई दिया था. शक है की इसके जरीए नशीले पदार्थ ले जा रहे थे. इस सीमा पर तीन के अंदर यह दूसरी घटना है.
अधिकारियों के मुताबिक कि 12 किलो वजनी ड्रोन में चार 'प्रोपेल' थे. बीएसएफ की 22 वीं बटालियन के जवानों ने अमृतसर सेक्टर में रानिया सीमा चौकी के पास करीब सवा 9 बजे फायरिंग करके माक गिराया गया. बीएसएफ के प्रवक्ता ने कहा कि ड्रोन के अंदर से हरे रंग का पैकेट मिला है. इस पैकेट में दो किलो समान थे. पैकेट में नशीले पदार्थ होने के संदेह है. आपको बता दे कि, भारतीय सीमा के भीतर ड्रोन देखे जाने की घटना पहली बार नहीं हुई है इससे पहले भी इस तरह की घटनाएं हुई है. इससे पहले पंजाब के गुरदासपुर सेक्टर में 13-14 अक्टूबर की रात को ऐसी ही घटना में सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने एक बड़े ड्रोन को मार को गिराया था.
आतंकी घुसपैठ की नाकाम कोशिश
मालूम हो कि 4 अक्टूबर को भी पंजाब के गुरदासपुर सेक्टर में ही अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास ड्रोन देखा गया था. जिस बीएसएफ के जवानों ने तुरंत एक्शन लेते हुए गोलियां बरसाई थी. सीमा सुरक्षा बल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को कहा था कि आतंकी घुसपैठ को नामुमकिन बनाने और सीमा पार से हथियारों तथा नशीले पदार्थों की तस्करी में ड्रोन के इस्तेमाल से पैदा होने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए BSF प्रयास कर रहा है.
घुस पैठिए मार गिराए गए
सीमा सुरक्षा बल के अतिरिक्त महा निदेशक (पश्चिमी कमान) पी. वी. रामा शास्त्री ने कहा कि बल पूरी तरह अलर्ट है और सीमा पर उत्पन्न हर तरह की चुनौतियों से निपटने में सक्षम है व इस साल घुसपैठ के सभी प्रयासों को विफल किया है.‘सतर्क जवानों ने कई घुसपैठियों को मार गिराया. जबकि कई अन्य भाग खड़े हुए.’ उन्होंने कहा कि बीएसएफ घुसपैठ के खतरे से निपटने और घुसपैठ ना हो, यह सुनिश्चित करने में पूरी तरह सक्षम है.
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