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कांग्रेस के नेताओं ने बैठक की जिसमें कांग्रेस के G-23 समूह के नेताओं ने बैठक में पार्टी की वर्तमान स्थिति और आगे की रणनीति पर चर्चा हुई. साथ ही मौजूद नेताओं ने अपनी-अपनी राय प्रकट की.
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पूर्व नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद के आवास पर हुई बैठक
आपको बता दें कि, यह बैठक राज्यसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद के आवास पर हुई जहां कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा, मनीष तिवारी, शशि थरूर और कई अन्य नेता शामिल हुए. मिली जानकारी के अनुसार, G-23 के नेताओं ने कई ऐसे नेताओं को भी न्यौता दिया था जो इस समूह का हिस्सा नहीं हैं, लेकिन पार्टी के भीतर बदलाव चाहते हैं. वहीं इस बैठक में कपिल सिब्बल ने कहा की गांधी परिवार को कांग्रेस का नेतृत्व छोड़ देना चाहिए और किसी अन्य को मौका देना चाहिए. उनके इस बयान को लेकर कांग्रेस की चांदनी चौक में एक प्रस्ताव पारित कर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए सिब्बल के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का अनुरोध किया गया. सूत्रों के अनुसार, सिब्बल चांदनी चौक निर्वाचन क्षेत्र से सांसद रह चुके हैं. कांग्रेस के भीतर बदलाव की मांग कर रहे है.
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सोनिया गांधी के पक्ष में जताया विश्वास
आपको बता दें कि, G-23 के नेताओं की इस बैठक से तीन दिन पहले सीडब्ल्यूसी की बैठक हुई थी. जिसमें पार्टी नेताओं ने सोनिया गांधी के पक्ष में विश्वास जताया था और उनसे आग्रह किया था कि, वह कांग्रेस को मजबूत करने के लिए जरूरी कदम उठाएं. कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं के इस समूह ने अपनी सक्रियता उस वक्त बढ़ाई है जब पार्टी को हालिया विधानसभा चुनावों में करारी हार का सामना करना पड़ा.
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