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राजस्थान के जयपुर में पेपर लीक केस को लेकर बड़ा एक्शन देखने को मिला है. आज 9 जनवरी को जयपुर में एक कोचिंग सेंटर के कुछ हिस्से को जमींदोज कर दिया गया है. जयपुर डेवलेपमेंट अथॉरिटी की तरफ से ये कार्रवाई की गई है. जयपुर डेवलेपमेंट अथॉरिटी का कहना है कि बिल्डिंग को अतिक्रमण करके बनाया गया था.
बता दें कि राजस्थान के शिक्षक भर्ती पेपर लीक मामले को लेकर बडी खबर सामने आई है, पेपर लीक केस में आरोपी के जोन-5 गुर्जर की थड़ी, गोपालपुरा बाइपास कोचिंग सेंटर पर बुलडोजर चला और अधिगम कोचिंग इंस्टिट्यूट की बिल्डिंग को ध्वस्त कर दिया गया. अधिकारियों के अनुसार ये अवैध रूप से बनाया गया है.
JDA ने दिया था नोटिस
जयपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी का कहना है कि आवासीय भूखंडों पर जोरो सेटबेक्स पर इमारत खड़ी थी. रोड सीमा पर अवैध कब्जे-अतिक्रमण पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई हुई. तीन दिन पहले नाप-जोख करके JDA ने नोटिस दिया गया था. बता दें कि जयपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी ने बिल्डिंग के मालिक अनिल अग्रवाल, सुरेश ढाका, भूपेंद्र सारण और धर्मेंद्र चौधरी सहित चार कोचिंग संचालकों को नोटिस धारा 32 और 72 एक्ट के तहत दिया था.
सरकारी जमीन पर था अतिक्रमण
जयपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी के नोटिस के मुताबिक, कोचिंग की बिल्डिंग को 2 आवासीय प्लाट को मिलाकर बनाया गया था. जिस कार्नर प्लाट पर कोचिंग थी, उसमें सरकारी जमीन पर भी अतिक्रमण था. नोटिस पर 3 दिन में जवाब मांगा गया था. बता दें कि आरपीएससी पेपर लीक मामले के दो मुख्य आरोपी अभी भी फरार हैं और यहां एक कोचिंग सेंटर चलाते हैं
टेक्निकल टीम ने की बिल्डिंग की जांच
जेडीए के एनफोर्समेंट विंग के अधिकारी रघुवीर सैनी ने कहा था कि टेक्निकल टीम से बिल्डिंग की जांच करवाई गई. इस मामले में कई तकनीकी बिंदुओं की जांच की गई. बिल्डिंग में सैटबेक को छोड़ा गया है या नहीं? जिस जमीन पर बिल्डिंग बनी है उसका टाइटल क्या है? इसका मतलब कि वह जमीन कॉमर्शियल इस्तेमाल के लिए है या आवासीय. अन्य कई बिंदुओं का भी रिपोर्ट में जिक्र किया गया.
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