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देश के ज्यादातर हिस्सों में बारिश का दौर जारी है. भारत मौमस विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया है कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान समेत कई राज्यों में भारी बारिश की संभावना है. वहीं मौसम विभाग ने केरल के 9 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट और बाकी के सभी जिलों और मध्य प्रदेश के 5 जिलों के यलो अलर्ट जारी किया है.
विदिशा, सागर, बैतूल, छिंदवाड़ा और बालाघाट जिले में अलग-अलग स्थानों के लिए अलर्ट जारी किया गया है. जबकि आईएमडी ने यह भी कहा कि भोपाल, जबलपुर, रीवा, शहडोल, होशंगाबाद, सागर और चंबल संभाग के जिलों में कुछ स्थानों पर गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है.
केरल और मध्य प्रदेश के लिए IMD का अलर्ट
वहीं केरल में जोरदार बारिश का दौर जारी है. मौसम विभाग ने बताया है कि पूरे मॉनसून सीजन में राज्य में अच्छी बारिश हुई है. पिछले 24 घंटों में भी कुछ जिलों में 10 सेंटी मीटर बारिश हुई है. आने वाले दिनों में भी बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी.
स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के मुताबिक,रविवार को कर्नाटक, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार के कुछ हिस्सों, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, विदर्भ, मराठवाड़ा, तेलंगाना, लक्षद्वीप और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है.
गंगीय पश्चिम बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा, गुजरात क्षेत्र, पूर्वी राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और दिल्ली के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है. लद्दाख, शेष पूर्वोत्तर भारत और सौराष्ट्र और कच्छ में हल्की बारिश संभव है.
लगातार दूसरे महीने सामान्य से कम हुई मॉनसूनी बारिश
एक तरफ कई राज्यों में अच्छी बारिश हो रही है तो दूसरी तरफ स्थिति इसके उलट है. अगर अगस्त में हुई कुल मॉनसूनी बारिश की बात करें तो देश यह सामान्य से 26 प्रतिशत कम है. लगातार दो महीनों में कम बारिश के कारण इस साल सामान्य से कम मॉनसून की आशंका है. आईएमडी के आंकड़ों के मुताबिक जुलाई में बारिश सामान्य से सात फीसदी कम रही.
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा, ‘कल (28 अगस्त) तक अगस्त में 26 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई.’ उन्होंने कहा कि कमी उत्तर और मध्य भारत में दर्ज की गई है. वहीं जून में 10 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई थी. उन्होंने कहा कि आईएमडी जल्द ही सितंबर के लिए पूर्वानुमान जारी करेगा.
1 जून से 30 सितंबर तक चार महीने के दक्षिण-पश्चिम मॉनसून सीजन में लगातार दो महीनों में कमी ने इस साल सामान्य से कम मॉनसून रहने का डर पैदा कर दिया है. आईएमडी ने पहले इस साल सामान्य मॉनसून रहने की भविष्यवाणी की थी. कृषि मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों से पता चला है कि कुछ राज्यों में कम बारिश के कारण 2021-22 के खरीफ सीजन में धान की खेती का रकबा 1.23 प्रतिशत घटकर 388.56 लाख हेक्टेयर रह गया है.
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