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AAP को मिला राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा, सीएम केजरीवाल कार्यकर्ताओं को आज करेंगे संबोधित

सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा, इतने कम समय राष्ट्रीय पार्टी? ये किसी चमत्कार से कम नहीं. सबको बहुत बहुत बधाई देश के करोड़ों लोगों ने हमें यहां तक पहुंचाया. लोगों को हमसे बहुत उम्मीद है.

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By विपिन यादव | खबरें - 11 April 2023

निर्वाचन आयोग ने सोमवार को आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्रदान किया है. वहीं आयोग ने तृणमूल कांग्रेस, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा वापस ले लिया. इस फैसले को AAP को बड़ी छलांग मानी जा रही है. पार्टी को राष्ट्रीय दर्जा प्राप्त होने के दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर खुशी जताई है. 

राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिलना किसी चमत्कार से कम नहीं: CM केजरीवाल 

सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा, इतने कम समय राष्ट्रीय पार्टी? ये किसी चमत्कार से कम नहीं. सबको बहुत बहुत बधाई देश के करोड़ों लोगों ने हमें यहां तक पहुंचाया. लोगों को हमसे बहुत उम्मीद है. आज लोगों ने हमें ये बहुत बड़ी ज़िम्मेदारी दी है हे प्रभु, हमें आशीर्वाद दो कि हम ये ज़िम्मेदारी अच्छे से पूरी करें.

नेशनल पार्टी बनने के फायदे

जब किसी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल जाता है तो उसे भारत के चुनाव आयोग की तरफ से दिल्ली में केंद्रीय दफ्तर खोलने के लिए चुनाव आयोग या तो कोई बिल्डिंग देता है या फिर जमीन देता है. राष्ट्रीय पार्टी बनने के बाद उस पार्टी का चुनाव चिह्न हमेशा के लिए रिजर्व हो जाता है.

इन दलों के राज्य पार्टी के दर्जे रद्द

बता दें कि कांग्रेस, भाजपा, बसपा, माकपा, एनपीपी और आप अब राष्ट्रीय दल हैं. सोमवार को जारी एक बयान में  चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश में रालोद, आंध्रप्रदेश में बीआरएस, मणिपुर में पीडीए, पुडुचेरी में पीएमके, पश्चिम बंगाल में आरएसपी और मिजोरम में एमपीसी को दिए गए राज्य पार्टी के दर्जे को रद्द कर दिया.

आम आदमी पार्टी का राजनीतिक सफर 

बता दें कि आम आदमी पार्टी 2 अक्टूबर 2012 को अरविंद केजरीवाल ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर बनाई थी.  इसके बाद दिसंबर 2013 में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में 70 में से 28 सीटें जीतीं. उस समय आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस से गठबंधन कर सरकार बनाई, लेकिन 2014 में केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.

 2014 में आप ने देश की 400 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ा. जिसमें सिर्फ चार सीटों पर ही जीत हासिल कर सकी. 2015 में पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में 70 में से 67 सीटें जीत कर बंपर जीत दर्ज की. 

2019 में लोकसभा में आप ने फिर से अपनी किस्मत को आजमाया लेकिन सिर्फ 1 सीट पर ही संतोष करना पड़ा. 2020 में दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 70 में से 62 सीटों पर जीत हासिल की. मार्च 2022 में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में आप ने सफलता की एक और सीढ़ियां चढ़ी. इस  चुनाव में पार्टी ने पंजाब में 117 में 92 सीटें जीतकर सरकार बनाई. 

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