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बैंक में लोग अपना पैसा महफूज रखने के लिए जमा करते हैं. मगर बैंक उस पैसे को कितनी जिम्मेदारी से रखते हैं. इसका एक नजारा उत्तर प्रदेश में देखने को मिला है. कानपुर में पंजाब नेशनल बैंक (PNB) की एक शाखा से चौंकाने वाला मामला सामने आया है. कानपुर के (PNB) की पांडु नगर शाखा में रखे 42 लाख रुपये पानी से गल गए. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की टीम के बैंक करेंसी चेस्ट का निरिक्षण करने के बाद पूरा मामला सामने आया.
दरअसल, 3 महीन पहले बैंक में इन नोटों को एक बक्से में भरकर रखा गया. इसी दौरान किसी वजह से बक्से में पानी चला गया. बैंक कर्मियों ने बक्से में ऊपर के नोट तो देख लिए मगर नीचे के नोटों को नहीं देखा. उन्हें लगा कि पानी सूख गया होगा लेकिन ऐसा नहीं था. ज्यादा समय से बक्से में बंद पड़ी 42 लाख की करेंसी गल गई.
RBI टीम ने किया खुलासा
सूत्रों के अनुसार, बैंक की तिजोरी में जगह नहीं बची थी. बैंक में कैश बढ़ने से नोटों को बक्सों में भरकर रख दिया गया था. इधर बारिश से बेसमेंट की दीवार में सीलन ज्यादा होने से बक्से में पानी चला गया. इसी दौरान रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की टीम जांच करने के लिए पहुंची तो इस मामले का खुलासा हुआ. यह मामला अपर अधिकारियों तक भेजा गया. जिसके बाद जांच के लिए फिर से एक और टीम आई. इस जांच के बाद पीएनबी की विजिलेंस टीम ने भी जांच शुरू की और सवाल उठाया कि आखिरकार नोटों की देखरेख क्यों नहीं की गई?
दोनों टीम की रिपोर्टों के बाद पीएनबी के बड़े अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया. जिसमें वरिष्ठ प्रबंधक देवी शंकर, प्रबंधक आसाराम, चेस्ट ऑफिसर राकेश कुमार और वरिष्ठ प्रबंधक भास्कर कुमार भार्गव शामिल हैं. बताया जा रहा है कि देवीशंकर ने 25 जुलाई को ही पांडू नगर ब्रांच में कामकाज संभाला था. जबकि नोट गलने की घटना उनके आने से पहले की है. फिलहाल अभी मीडिया से बात करने के लिए पीएनबी के कोई अधिकारी तैयार नहीं है.
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