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ज्यादातर लोग अब घर में कैश बिल्कुल नहीं रखते हैं सभी लोग फोन में पैसे रखते हैं। आज के समय में दुनिया के बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो डिजिटल तरीके से पेमेंट करते हैं। जिसमें भारतीय लोगों का एक बहुत बड़ा योगदान है। जिसके लिए भारत के कुछ इंजीनियर अहम भूमिका निभा रहे हैं। क्योंकि उनके द्वारा ऐसे ऐप बनाए गए हैं जो डिजिटल पेमेंट को बेहद ही आसान बनाता है। अगर आप डिजिटल पेमेंट करते हैं तो क्यूआर कोड की मदद से एक जगह से दूसरी जगह पेमेंट कर सकते हैं एक खाते से दूसरे खाते में पैसे को पहुंचा सकते हैं।
क्या है क्यूआर कोड ?
आपको बता दें कि बहुत कम लोग क्यूआर कोड का पूरा नाम जानते है जिसे क्विक रिस्पांस कोड है। ये मशीन द्वारा पढ़े जाने योग्य यह एक लेवल की तरह होता है जिसे कंप्यूटर बेहद ही आसानी से समझ लेता है। क्यूआर कोड का इस्तेमाल आजकल हर जगह किया जाता है। विशेष रूप से उत्पाद को ट्रैक करने और पहचानने में। आपने देखा होगा कि आजकल यह क्यूआर कोड, विज्ञापन, बिलबोर्ड और बिजनेस विंडो में भी खूब देखा जाता है। सबसे बड़ी बात यह है कि यह दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला 2डी बारकोड बन गया है।
कैसे काम करता है क्यूआर कोड
क्यूआर कोड और बारकोड एक ही तरह से काम करते हैं हालाँकि, यह जैसा दिखता है उससे थोड़ा अलग है। QR Code में आपको बारकोड जैसी लाइनें नहीं बल्कि बहुत सारे डॉट्स दिखेंगे। QR Code दो प्रकार के होते हैं पहला Static QR Code और दूसरा Dynamic QR Code स्टेटिक क्यूआर कोड स्थिर होता है, यानी एक बार जेनरेट होने के बाद इसे बदला नहीं जा सकता।
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