कोरोना काल में लोगों के लिए एक मसीहा की तरह काम करने वाले एक्टर सोनू सूद की जितनी तारीफ की जाए उतना कम है। कोरोना काल के दौरान उन्होंने बेहद ही शानदार तरीके से असहाय लोगों की खुलकर मदद की है। इसी के चलते अब एक और सम्मान उनके खाते में आया है। एक्टर को दक्षिण एशियाई हस्तियों की लिस्ट में टॉप पर स्थान मिला है। ये अनोखी रैकिंग बुधवार के दिन जारी की गई है, जिसके बाद हर कोई उन पर गर्व करता हुआ दिखाई दे रहा है।
इस लिस्ट के जरिए उन कलाकारों को सम्मानित किया गया है जिन्होंने अपने काम से समाज पर सकारात्मक प्रभाव छोड़ा है और लोगों को कही न कही प्रेरित किया है। दरअसल ब्रिटेन के एक वीकली न्यूजपेपर ईस्टर्न आई की ओर से छपी विश्व में 50 एशियों हस्तियों की लिस्ट में सोनू सूद ने सभी हस्तियों को हराते हुए ये स्थान हासिल किया है। इस सम्मान को लेकर सोनू सूद ने कहा कि कोरोना काल के दौरान उन्हें इस बात का एहसास हुआ है कि देश के लोगों की मदद करना उनका कर्तव्य है।
कोरोना काल के दौरान सोनू सूद ने प्रवासी मजदूरों की सबसे ज्यादा मदद की थी। इस पूरी लिस्ट को ईस्टर्न आई के संपादक असजद नजीर ने तैयार किया था। उनका ये कहना है कि सूद इस सम्मान के काबिल है क्योंकि लॉकडाउन के वक्त दूसरों की मदद करने के लिए किसी और सेलिब्रेटी ने इतना काम नहीं किया है। आपको बता दें कि सोनू सूद को इसके अलावा एडीजी स्पेशल ह्यूमैनिटेरियन एक्शन अवार्ड से नवाज गया था।
लोगों की मदद के लिए गिरवी रखी संपत्ति
वैसे किसी इंसान में मदद करने की क्षमता किस हद तक होती है ये हम तय नहीं कर सकते हैं। लेकिन सोनू सूद की जितना तारीफ की जाए उतना काम है। कोई भी ऐसा बॉलीवुड सितार लोगों ने आज तक नहीं देखा होगा जिन्होंने लोगों की मदद के लिए अपनी खुद की 8 प्रीमियम संपत्तियों को गिरवी रखा दिया है। दरअसल मनी कंट्रोल की एक रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी गई है।
सोनू सूद की इन संपत्तियों में दो दुकाने और उनके छह फ्लैट शामिल है। जोकि मुंबई में मौजूद है। खबरों की माने तो 15 सितंबर को उन्होंने अग्रीमनेंट पर साइन किया था और ये रजिस्टर्ड 24 नवंबर को किया गया था। मुंबई में इस्कॉन मंदिर के पास और एबी नायर रोड़ पर उनकी ये इमारते मौजूद है। साथ ही रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि लोने के लिए एक्टर ने 5 लाख रुपए कि रजिस्ट्रेशन फीस भी दी थी।
इस पूरे मामले को लेकर रितेश मेहता वरिष्ठ निदेशक और हेड- वेस्ट इंडिया, रेजिडेंशियल सर्विसेज, जेएलएल इंडिया ने अपनी बात रखते हुए कहा कि ये जो सम्पियां है वो सोनू सूद और उनकी पत्नी के नाम ही रहने वाली है और हर महीने उन्हें इसका किराया मिलाता रहेगा। लेकिन रितेश मेहता ने ये भी कहा कि जो 10 करोड़ रूपए का ब्याज है और मूलधन है वो उन्हें चुकाना पड़ सकता है।
Comments
Add a Comment:
No comments available.