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कन्नड़ फिल्म उद्योग में एक वयोवृद्ध अभिनेता, सत्यजीत ने अल्ला नीने ईश्वर नीने (1983) के साथ सिल्वर स्क्रीन पर अपनी पहली उपस्थिति दर्ज की. अपनी बहुमुखी प्रतिभा के लिए जाने वाले, सत्यजीत ने अपने 30 वर्षों के करियर में 60 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया है. उनकी कुछ उल्लेखनीय फिल्मों में शिव मेक्चिदा कन्नप्पा (1988), मैसूर जाना (1992), किलर डायरी (1995), किंग (1998), ग्राम देवाथे (2001), धूम (2002), आपामित्र (2004), सई (2005) शामिल हैं. नम्मा बसवा (2005), अरसु (2007), मस्त मजा माड़ी (2008), अर्जुन (2008), पेपर डोनी (2012), क्रांतिवीर संगोली रायन्ना (2012), अध्यक्ष (2014), रन्ना (2015), कट्टे (2015) ), विराट (2016), और रणथंरा (2016). 2016 में मधुमेह की गंभीर समस्या के कारण सत्यजीत का बायां पैर काटना पड़ा, जिससे उनका स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा था.
2018 में सत्यजीत ने निर्देशक विनय कृष्णा की एक्शन थ्रिलर, सीज़र में अभिनय किया. कलाकारों में चिरंजीवी सरजा, वी. रविचंद्रन, पारुल यादव, रमेश भट और प्रकाश राज भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं. सत्यजीत की शादी सोफिया बेगम से हुई है और उनकी एक बेटी है जिसका नाम अख्तर स्वालेहा है जो बैंगलोर में पेशे से पायलट है। उनके पहले बेटे आकाश जित कन्नड़ फिल्म उद्योग में भी एक अभिनेता हैं.
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