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हम सभी टेक्निकल वर्ल्ड में कदम रख चुके हैं। हमारा मोबाइल एक डेटा डिवाइस बन गया है। हर कुछ दिन में हम सभी को किसी न किसी नए फीचर की जानकारी मिलती है। जैसे-जैसे हम अपडेट हो रहे हैं वैसे-वैसे बहुत सी चीज़ें सुविधाजनक होती जा रही हैं। ये सब कहीं न कहीं हम सभी को बहुत आकर्षित भी करता है क्योंकि अब घर बैठे बड़ी ही आसानी से हमारे बहुत से काम हो जाते हैं और कई तरह के झंझट से भी छुटकारा मिलता है। ऐसा ही एक और नया फीचर अभी मार्किट में बहुत ट्रेंड में हैं आप में से कई लोगों ने ई-सिम के बारे में तो जरूर सुना होगा। इसके बहुत से फायदे होते हैं लेकिन क्या आपने सोचा है कि आपके लिए कितना नुकसानदेय भी हो सकता है। बैंक फ्रॉड जैसी चीज़ों को अंजाम दे सकता है।
चलिए हम आपको बताते हैं कि ई-सिम क्या है? क्या हैं इसके फायदे? बैंक फ्रॉड में कैसे हो सकता है इसका हाथ?
- ई-सिम को फ़ोन से निकाला नहीं जा सकता न ही हर डिवाइस में लगाया जा सकता है
- स्मार्टफोन में सिम कार्ड स्लॉट की जरूरत नहीं होती, फोन में ई-सिम डाल दी जाती है और अपडेट कर दिया जाता है
- ई-सिम को टेलीकॉम कंपनियां करती हैं एक्टिव, ऑपरेटर बदलने पर नहीं बदलना पड़ता सिम कार्ड
- प्रीमियम स्मार्टफोन में ही करती है काम, रिलायंस जियो, एयरटेल, वोडाफोन-आईडिया देती हैं ई-सिम की सेवा
- इस सुविधा से हो सकता है नुक्सान, ई-सिम फिसिंग के कई मामले आए सामने
- अपराधियों द्वारा किया गया ये बदलाव सबसे ज्यादा खतरनांक, सही लोकेशन भी नहीं हो पाती ट्रैक
- ऑनलाइन फ्रॉड या फिसिंग से जुड़े अपराधों में जमतारा का नाम सबसे आगे, इसके अलावा कई प्रदेशों में होते हैं अपराध
- अक्टूबर-दिसंबर 2019 में कुल 21 हजार मामले सामने आए, लगभग 129 करोड़ का चुका है नुकसान
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